राष्ट्र आज उनकी जय बोल
लड़ते लड़ते वो मिट गए
हंसते हंसते फंदे पर झूल गए
मगर नही मांगा जीवन मुंह खोल
राष्ट्र आज उनकी जय बोल।।
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अमर असंख्यक बलिदानों में
जो कूद पड़े तूफानों में
छोड़ अमृत का प्याला
पी लिया विष का घोल
राष्ट्र आज उनकी जय बोल।।
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टूट कर भी लड़ी जिनकी भुजाएं
देवता भी गए उनकी अमर गाथाएं
जिनके कारण गूंज रहीं है
तेरे मुख से आजादी के बोल
राष्ट्र आज उनकी जय बोल।।
✍️ पवन कुमार यादव ❤️
उत्तर प्रदेश पुलिस
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