लड़ते लड़ते वो मिट गए हंसते हंसते फंदे पर झूल गए मगर नही मांगा जीवन मुंह खोल राष्ट्र आज उनकी जय बोल।। 🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳 अमर असंख्यक बलिदानों में जो कूद पड़े तूफानों में छोड़ अमृत का प्याला पी लिया विष का घोल राष्ट्र आज उनकी जय बोल।। 🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳 टूट कर भी लड़ी जिनकी भुजाएं देवता भी गए उनकी अमर गाथाएं जिनके कारण गूंज रहीं है तेरे मुख से आजादी के बोल राष्ट्र आज उनकी जय बोल।। ✍️ पवन कुमार यादव ❤️ उत्तर प्रदेश पुलिस
उमड़ घुमड़ कर बादल आए हजारों खुशियां संग लाये काली गठरी में भरकर पानी लाए गर्मी को ये दूर भगाएं उमड़ घुमड़ कर बादल आए प्यासी धरती को अब जल मिलेगा पेड़ों पर अब फल लगेगा हर तरफ होगी हरियाली कहीं किसान तू कहीं खुश होगे वनमाली मुरझाए फूलों में अब आएगी लाली सूखे गड्ढों में अब होगा पानी ऊपर आएंगी मछली रानी जमीन पर अब तो फिसलेगी पाव कागज की अब तैरेगी नाव जंगल में मोर मचाए शोर नहीं चलेगा अब किसी का जोर वर्षा होगी अब घनघोर हम तो चले भैया ठंडी फिजाओं कि ओर।। ।।पवन कुमार यादव ।।
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