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Showing posts from 2019

''जिंदगी 'Best poem written by Pawan kumar Yadav.

" जिंदगी के अनेक रंग है  बस जीने के सबके अपने-अपने ढंग है   हर राहों में छिड़े जंग है   कोई इस जंग में बिखर जाता है तो कोई इस जंग में  निखर जाता  समय के साथ तू  भी बदल जा  न जाने ,कब किस राह पर बिखर जा  कल एक छलावा है  इसको पालना छोड़ दे  आज एक हकीकत है   तू आज मे ही सँवर जा  वक्त के  अनुसार  नए किरदार में ढल जा      नए किरदार में ढल जा।।                             Pawan kumar yadav. 

वीर हो तुम बढ़े चलो written by Pawan Kumar Yadav

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 वीर हो तुम बढ़े चलो,चढ़़े चलो, चढ़े चलो   हाथ अस्त्र न हो भले फाद जाओ पर्वत हो गर समक्ष खड़े  पाव में चाहे शूल गडे़, फिर भी एक पल ना हो खड़े  पाव कि  बेड़ियाे को तोड़ते चलो वीर हो तुम बढ़े चलो, चढ़े चलो चढ़े चलो। दुश्मन हो पाव तले जब जिद आसमान चढ़े मत रूक एक पत्र छाँव तले   सूरज जब हो ढले हाथ में  चिराग लियें चलो गीत जीत की गातें चलो वीर हो तुम बढ़े चलो, चढ़े चलो चढ़े चलो । - पवन कुमार यादव 

Best motivational poem ' टूट कर अभी बिखरा नहीं हूं मैं"" written by Pawan Kumar Yadav .

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'टूट कर अभी बिखरा नहीं हूं मैं  अभी मेरे अरमान बाकी हैं माना पंखों, में थोड़ा थकान है मेरे फिर भी अभी मेरा इँम्तिहाँ बाकी है ....  किसने कहा तुमसे, कि सब्र मेरे टूटने लगें  सपने मेरे आंसुओं सा  ढलने लगें  मैं उस मिट्टी का जन्मा, वृक्ष नहीं  जिसे गमलों ने सींचा है  मरुभूमि का वृक्ष हूं मैं...  जिसे जलती रेंतो ने सींचा हैं  बिना धरा पर गिरे बोलो चलना किसने सीखा है बिना रणभूमि में पग रखें, बोलो रण किसने जीता है....  बाधाएं आई हैं तो टूटेंगीं  ज़िद का  ज्वार हैं मुझमे , देखता हूं ये कब तक रोकेंगी...  देखना एक दिन इसी उर से,  जीत की धारा फूटेगीं      जीत की धारा फुटेगीं।।                                        - पवन कुमार यादव ।

सर्व शिक्षा अभियान""" right to education """ best poem written by pawan Kumar Yadav'

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 "शिक्षा  हर बच्चे का  अधिकार" पढ़ो- लिखो तुम बनो महान प्राप्त करो सदगुण का  ज्ञान  पाओ- सर्वोपरि सम्मान                  तुम ही हो कल के कलाम                तुझमे ही है अटल महान              हर बुलंदी पर होगा तेरा नाम            तुम ही हो भारत की पहचान  शिक्षा पहुँचें हर घर-हर  द्वार द्वार  बिनु शिक्षा जीवन दुश्वार  शिक्षित हो बूढ़े बच्चे और जवान साकार हो भारत  का प्रयास                  सर्व शिक्षा अभियान का लक्ष्य महान                 छूट न जाए कोई अंगूठा छाप                हर घर में ज्ञान का दीप जले                 छाये खुशियों का अंबार                पढ़ो लि...

बाल कविता ""- बादल-""" best poem written by Pawan Kumar Yadav

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  उमड़ घुमड़ कर बादल आए हजारों खुशियां संग लाये काली गठरी में भरकर पानी लाए  गर्मी को ये दूर भगाएं  उमड़ घुमड़ कर बादल आए    प्यासी धरती को अब जल मिलेगा   पेड़ों पर अब फल लगेगा  हर तरफ होगी हरियाली  कहीं किसान  तू कहीं खुश होगे वनमाली  मुरझाए फूलों में अब आएगी लाली    सूखे गड्ढों में अब होगा पानी  ऊपर आएंगी मछली रानी जमीन पर अब तो  फिसलेगी पाव कागज की अब तैरेगी नाव   जंगल में मोर मचाए शोर  नहीं चलेगा अब किसी का जोर वर्षा होगी अब घनघोर हम तो चले भैया ठंडी फिजाओं कि ओर।।                                  ।।पवन कुमार यादव ।।

Character of sea just like father... समुद्र हूँ मैं समुद्र हूँ ...'''!! Pawan kumar Yadav.

सृष्टि का अखंड भाग हूं मैं  वर्षा का  स्रोत सार हूं मैं  पथ मेरा दुर्गम ,  दुरभेद्य हूं मैं फिर भी मुझ में कोई मद नहीं गंभीर से भरा हूं मैं , समीर से घिरा हूं मैं  समुद्र हूं मैं, समुद्र हूं        कुदरती रत्नों से रचा हूँ मैं       इस लिए लुटेरों से घिरा हूं मैं     कभी-कभी सोचता हूं , इस दुनिया     को घसीट लू अपनी  लहरों में मैं,   पर अपनी मर्यादा से बधां हू मैं     समुद्र हूँ मैं ,समुद्र हूँ      अपनी मौज में रहता हूँ ,अपनी धुन में बहता हूँ     घूंट  आंसुओं को पीकर , सब दर्द सहता  हूं     पिता, सा हूँ मै  किसी से कहने नहीं जाता हूँ    तुम्हारे समझ से परे हूं मैं, इतना खारापन से भरा हूँ मैं        समुद्र हूं मैं, समुद्र हूँ,  समुद्र हूँ, मैं समुद्र हूँ ।।                                     ...

जश्न ए आजादी ''''''''!!! Best poem by Pawan Kumar Yadav

  हर हाथों में झंडे हर दिशाओं में  गूंज रहे हैं नारे   हर गांव  हर गली हर सड़क पर जश्न मना रहे हैं आजादी के दीवाने    बापू नेहरू बोस अमर रहे  की लगा रहे हैं नारे    कश्मीर से कन्याकुमारी  तक मां भारती के  गूंज रहे हैं  जयकारें      भव्य केसरिया फहर रहा है अवनि से अंबर तक     भारत का मस्तक चमक रहा है  सड़क से संसद तक       भारत की इस समरभूमि पर ध्वज केसरिया क्रांतिवीरो का          बलिदान बयां करेगा अनंत काल तक अनंत काल तक                                      अनंत काल तक।।                                                       पवन कुमार यादव ।